शेयर बाज़ार अबतक की रिकॉर्ड ऊँचाई पर है, IT शेयर, होटल -टूरिज्म, एविएशन, बॅंकिंग, फ़ार्मा, रिन्यूअबल एनर्जी, तेल और गॅस आदि ने बाज़ार में ज़बरदस्त बढ़त बनाए रखी है| कोविड संकट की सबसे ज्यादा मार झेलने वाले सेक्टर जो सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए थे, उनमें टीकाकरण के बाद जोरदार तेजी देखने को मिल सकती है, इसमें दशहरा, दीपावली, क्रिसमस बाज़ार की तेज़ी में और सहयोग करेंगे|
लेकिन निवेशक डरा हुआ कहाँ है में आपका ध्यान उस ओर ले जाना चाहूँगा, अभी कुछ ही हफ्तों पहले आपने चायना की रियल एस्टेट की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी एवेरगरांडे पर वित्तीय बोझ बढ़ जाने के कारण वह अपना लोन चुकाने में असमर्थ है, जिससे उसके डूब जाने का ख़तरा बरकरार है, और इसमें चीन सरकार की स्पष्ट नीति कि वह इसमें कंपनी की कोई भी मदद नहीं करेगी, एक अख़बार के मुताब़िक जैसे ही कंपनी के डूबने की सुगबुगाहट हुई एवरग्रांडे के छह अधिकारियों ने अपने निवेश को भुनाया।
कंपनी पर 305 billion डॉलर से अधिक का क़र्ज़ बताया जा रहा है, उसके बाद विश्व भर में कोयला एवं बिजली संकट का ख़तरा मंडरा रहा है| जो बाज़ार के डूबने का कारण बन सकता है| विश्व में ज़्यादातर देशों के पास हफ्तेभर से भी कम समय का ही स्टॉक बचा है| ऐसे में निवेशको का घबराना लाज़िमी है| ऐसे में मेरी सलाह है कि निवेशक ज़्यादा बड़ा निवेश करने से बचें या बड़ा निवेश लंबे समय के लिए करके छोड़ दें|
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